Ramzan 2024: रमजान के पवित्र महीने के पहले जुमे के अवसर पर भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन के नेतृत्व में एक अंतर-धार्मिक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह पर मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के लिए ‘दावत-ए-इफ्तार’ पार्टी का आयोजन किया.
रमजाम के पाक महीने के पहले जुमे पर दिल्ली की हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह पर ए ‘दावत-ए-इफ्तार’ पार्टी का आयोजन किया. बता दें कि बीते मंगलवार यानी की 12 मार्च से रमजाम के पाक महीने की शुरुआत हो चुकी है जो 9 अप्रैल को खत्म हो जाएंगे.
हजरत निजामुद्दीन दरगाह पर दावत-ए-इफ्तार पार्टी
रमजान के पवित्र महीने के पहले जुमे के अवसर पर भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन (IMF) के नेतृत्व में एक अंतर-धार्मिक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह पर मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के लिए ‘दावत-ए-इफ्तार’ पार्टी का आयोजन किया.
विभिन्न धार्मिक समुदायों के लोगों ने दरगाह पर चादर चढ़ाई
साथ ही इस अवसर पर हिंदू, सिख, बौद्ध, ईसाई, जैन, पारसी समेत मुस्लिम समुदाय के सदस्यों और 6 मुस्लिम देशों के राजदूतों ने दरगाह पर चादर चढ़ाई और इफ्तार पार्टी का लुत्फ उठाया
इस अवसर पर हजरत निजामुद्दीन औलिया दरगाह के सज्जादानशीन और दरगाह प्रबंधन समिति के अध्यक्ष सैयद फरीद अहमद निजामी ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि भारतीय अल्पसंख्यक फाउंडेशन का प्रतिनिधिमंडल यहां आया है. हमने हमेशा पीएम मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के नारे का स्वागत किया है. भारत के नागरिक होने के नाते, यह स्पष्ट है कि हम देश की प्रगति और विकास के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहते हैं.
सांप्रदायिक सद्भाव और धार्मिक सहिष्णुता का उदाहरण
वहीं दरगाह आए फिलिस्तीन दूतावास के काउंसलर बेसम एफ हेलिस ने कहा कि इस्लाम सभी धर्मों के लोगों के लिए शांति, प्यार और सुरक्षा का संदेश देता है. इफ्तार के लिए आज की सभा सभी के लिए एक महान उदाहरण है, जहां विभिन्न धार्मिक समुदायों के लोग एक साथ एकत्र हुए. जो सांप्रदायिक सद्भाव और धार्मिक सहिष्णुता का उदाहरण है. यह भारत की सबसे अनोखी विशेषता है जो बहुभाषी, बहु-सांस्कृतिक और कई धर्मों के साथ रहने वाला एक विशाल देश है. अपनी विविधता के माध्यम से भारत पूरी दुनिया को एक साथ शांति से रहने का संदेश देता है. मैं कठिन समय के दौरान फिलिस्तीन का समर्थन करने और देश के लोगों को सहायता भेजने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को धन्यवाद देना चाहता हूं.