Ramadan 2024 :
RAMADAN 2024 के महीने की सत्ताईसवीं रात के मौक़े पर सऊदी अरब में इबादत करने वाले लाखों मुसलमानों ने हज की भीड़ जैसा एहसास करवाया। इस दौरान दुनिया भर से लाखों रोज़ेदार नमाज़ियों का हुजूम उमड़ पड़ा।
रमज़ान 2024 के महीने की सत्ताईसवीं रात के मौक़े पर सऊदी अरब की मस्जिद अल-हरम और मस्जिद ए-नबवी में लाखों लोगों ने रात को तरावीह की विशेष नमाज़ अदा की। लाखों नमाज़ियों की क़तारें सड़कों तक नज़र आईं। प्रशासन के मौजूदा आंकड़ों के मुताबिक, सत्ताईसवीं रात को 16 लाख 43 हजार 288 लोग पैग़ंबर हज़रत मोहम्मद के मक़बरे पर ज़ियारत करने के लिए पहुंचे। जबकि 3 लाख 58 हजार 632 पुरुष और 2 लाख 96 हजार 595 महिलाओं को रियाज़ अल-जन्नाह के परमिट जारी किए गए।
आम बोलचाल में सत्ताईसवीं रात भी कहते
रमज़ान के महीने के आख़िरी दस दिनों में इबादत की पांच अलग-अलग रातें होती हैं, लेकिन आम सहमति से 27वीं रात को शबे- क़द्र माना जाता है। इसे आम बोलचाल में सत्ताईसवीं रात 277 भी कहते हैं। इसलिए सत्ताईसवीं रात को रिकॉर्ड संख्या में हाजियों को हरम शरीफ़ (मक्का मदीना) में पांचवीं नमाज़ इशा और केवल रमज़ान के महीने में पढ़ी जाने वाली विशेष तरावीह की नमाज़ पढ़ने का मौक़ा मिलता है। मस्जिद अल-हरम मक्का मुकर्रमा और मस्जिद नबवी मदीना मुनव्वरा में 27वीं रात की तरावीह और दुआ में देश-विदेश से लाखों लोगों ने हिस्सा लिया।
हर जगह इबादत का नज़ारा
सत्ताईसवीं रात के मौके पर बड़ी संख्या में लोग इशा और तरावीह की नमाज़ अदा करने के लिए सूर्यास्त के बाद मस्जिद अल-हरम और मस्जिद नबवी में पहुंचने लगे। जिसमें मस्जिद अल-हरम के गलियारे, तहख़ाने, छतें, किनारे की सड़कें, वाणिज्यिक केंद्र और होटल गलियारे और क्षेत्र नमाज़ियों से भरे हुए दिखाई दिए।
प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था
Ramazan Sharif : मस्जिद अल-हरम में आने वाले लोगों के लिए प्रशासन की ओर से विशेष व्यवस्था की गई। मस्जिद अल-हरम में प्रवेश और निकास द्वार अलग रखे गए , ताकि लोग आराम से मस्जिद अल-हरम में प्रवेश कर सकें।
आसपास की मस्जिदों में ही नमाज़ पढ़ने का निर्देश
मोबाइल फोन पर सार्वजनिक सुरक्षा एजेंसी की ओर से भेजे गए संदेशों में लोगों को इज़धाम मस्जिद के सामने हरम में आने के बजाय अपने होटल या घरों के पास की मस्जिदों में ही नमाज़ अदा करने का निर्देश दिया गया।