Ram Navami 2024:
भारत व्रतों और त्योहारों वाला देश है, यहां अनेक व्रत त्योहार मनाए जाते हैं। अप्रैल में भी कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ने वाला है। इन्हीं में से एक है श्री राम नवमी यानी त्रेतायुग में भगवान विष्णु का अवतरण दिवस। मान्यता है कि इस दिन व्रत से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष है कि श्री राम मंदिर बनने के बाद वहां पहला राम जन्मोत्सव मनाया जाएगा। जानिए श्री रामनवमी व्रत का मुहूर्त और कैसे मनाते हैं श्रीराम जन्मोत्सव.
कब हुआ था भगवान श्री राम का अवतार
अगस्त्य संहिता के अनुसार चैत्र शुक्ल नवमी, पुण्य पुनर्वसु नक्षत्र, गुरु-शुक्रादि के उदित समय में जब पांच ग्रह उच्च थे, मेष का सूर्य था, कर्क लग्न था उस शुभ काल में कौशल्या के समक्ष अपनी कलाओं के साथ भगवान श्रीराम अवतरित हुए थे। अगस्त्य संहिता में कहा गया है कि चैत्र शुक्ल नवमी यदि पुनर्वसु नक्षत्रयुक्त हो और यदि यह योग मध्याह्न में प्राप्त हो तो अत्यधिक पुण्यकर होता है।
कैसे मनाते हैं भगवान राम का जन्मोत्सव
ब्रह्म पुराण के अनुसार त्रेता युग में भगवान राम का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष नवमी तिथि को हुआ था यानी भगवान का अवतरण चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि पर हुआ था। इसीलिए इसी दिन रामनवमी मनाई जाती है, जबकि अश्विन नवरात्रि की नवमी महानवमी कहलाती है।