CHINA: चीन की मौजूदा सरकार को चीन के बेहद करीब माना जाता है। हालिया समय में मुइज्जू ने चीन के साथ नजदीकी बढ़ाई है। मालदीव ने हाल ही में चीन के जासूसी जहाज को माले में आने की अनुमति दी थी। चीन और मालदीव ने कई समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
हाइलाइट्स
- चीन का माले में सड़कें बनाने का वादा
- मुइज्जू ने चुनाव अभियान में दी जानकारी
- चीन ने माल के पर्यटन में भी बढ़ाई भागेदारी
- मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि चीन राजधानी माले की सड़कों की मरम्मत करेगा। मुइज्जू ने बताया कि चीन फ्री में माले में सभी सड़कों के पुनर्विकास की व्यवस्था कर रहा है। मालदीव के संसदीय चुनावों में मचचानगोल्हि मेधु क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे अहमद जमीर के कैंपेन कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद आयोजित एक रैली में राष्ट्रपति ने ये बात कही। उन्होंने कहा कि योजना को कई चरणों में चलाया जाएगा। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और सत्तारूढ़ प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव-पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (पीपीएम-पीएनसी) का गठबंधन के चीन के साथ घनिष्ठ संबंधों के लिए जाना जाता है। हाल के समय में चीन ने कई वादे मालदीव की सरकार से किए हैं। ये कितने पूरे होंगे, इस पर चीन की नीतियों को देखते हुए कई सवाल हैं।
- मुइज्जू ने मंगलवार को कहा कि सड़क विकास परियोजना के लिए चीनी अनुदान सहायता सुरक्षित कर ली गई है। बातचीत लगभग पूरी हो चुकी है और चीन इस परियोजना को वित्तपोषित करने पर सहमत हो गया है। चीन माले में सभी सड़कों को मुफ्त में बनाने पर सहमत हो गया है। चीन की ओर से इसे मुफ्त में बनाने की व्यवस्था और अंतिम रूप दे दिया गया है। राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि उन्होंने मेयर रहते हुए इस परियोजना को शुरू करने की कोशिश की थी लेकिन उस समय मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) सरकार ने इसमें बाधा डाली। अब इसे पूरा किया जाएगा।
-
पूर्व की सरकार पर साधा निशाना
राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा कि एमडीपी सरकार अपने संसदीय बहुमत के साथ माले की सड़कों का पुनर्विकास करने और देश के बाकी हिस्सों के लिए बेहद जरूरी आवास बनाने में विफल रही। उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव से पहले उचित योजना के बिना गुलहिफाल्हू और जिरावरु लैगून से भूमि के भूखंड देने के पिछली सरकार के फैसले को गलत ठहराया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ खाली भूखंड हैं, इसमें सड़कें भी नहीं हैं। दूसरी बुनियादी जरूरतों, अस्पतालों, स्कूलों और अन्य सेवाएं प्रदान करने वाले केंद्रों के लिए भी जमीन नहीं है।
- मोहम्मद मुइज्जू ने बीते साल चुनाव जीतने के बाद मालदीव के राष्ट्रपति का पद संभाला था। मुइज्जू के पदभार संभालने के बाद से एक तरफ मालदीव की चीन से संबंधों में मजबूती आई है। राष्ट्रपति मुइज्जू लगातार चीन के साथ संबंधों को बेहतर करने के इच्छुक दिख रहे हैं। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने अपनी पहली राजकीय यात्रा के लिए इस साल जनवरी में चीन को ही चुना था। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते हुए थे। दोनों देशों के बीच सैन्य समझौता भी हुआ है। चीन ने समझौते में मालदीव को ज्यादा सैन्य सहायता देने का भरोसा दिया है।