BJP Foundation Day :
छह अप्रेल, यानी आज, भाजपा का स्थापना दिवस है। भाजपा जहां देश में पिछले चुनाव से पूर्ण बहुमत वाली सरकार बना रही है, वहीं कांग्रेस विपक्षी दल का दर्जा पाने में भी नाकाम रही है।
देश की सबसे बड़ी पंचायत के चुनाव के लिए बिगुल बज चुका है। राजनीतिक दल काफी प्रत्याशियों के नाम तय कर चुके हैं तो टिकट पाने वाले उम्मीदवार नामांकन पत्र दाखिल करने में जुटे हैं। चुनाव के पहले दो चरणों के नामांकन का काम पूरा हो चुका है। अगले दो महीने तक देश चुनाव खुमारी में डूबा रहने वाला है। चार जून को पता चलेगा कि 96 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं ने अगले पांच साल के लिए किस पार्टी अथवा गठबंधन पर भरोसा जताया है। यूं तो देश में दर्जनों राजनीतिक दल चुनावी समर में ताल ठोक रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही सिमटने के आसार हैं। कह सकते हैं कि यही दोनों दल वास्तविक मायनों में राष्ट्रीय दल हैं। बीते चार दशकों से सत्ता की लड़ाई इन्हीं दलों के इर्द-गिर्द सिमटी नजर आती है।
छह अप्रेल, यानी आज, भाजपा का स्थापना दिवस है। भाजपा जहां देश में पिछले चुनाव से पूर्ण बहुमत वाली सरकार बना रही है, वहीं कांग्रेस विपक्षी दल का दर्जा पाने में भी नाकाम रही है। सन 1980 में गठित भाजपा ने पहला लोकसभा चुनाव 1984 में लड़ा और सिर्फ दो सीटें जीत पाई थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए उस चुनाव में कांग्रेस ने अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की थी। तब से लेकर अब तक दोनों दलों के राजनीतिक सफर पर नजर डाली जाए तो एक बात साफ हो जाती है और वो ये कि इन चार दशकों में भाजपा चुनाव-दर-चुनाव अपनी ताकत बढ़ाती गई तो कांग्रेस कमजोर होती गई। सन 1984 के बाद से कांग्रेस अपने दम पर कभी सत्ता में नहीं आ सकी। बात राज्यों की की जाए तो चार दशक पहले जहां देश के अनेक राज्यों में पर काबिज थी तो भाजपा की एक भी राज्य में सरकार नहीं थी।
इस बार के लोकसभा चुनाव में चुनौतियां दोनों दलों के सामने है। भाजपा के सामने चुनौती सत्ता की हैट्रिक लगाने की है तो कांग्रेस के सामने चुनौती अपनी साख बचाने की है। पिछले चुनाव में ऐसे अनेक राज्य थे, जहां कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई थी। चार जून को आने वाले नतीजे ये तो यह करेंगे ही कि अगले पांच साल कौनसा दल देश पर राज करेगा? नतीजे कांग्रेस के भविष्य की दिशा और दशा का निर्धारण भी करेंगे।
1984 में इन राज्यों में थी कांग्रेस सरकारें
उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र्र, बिहार, केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, असम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम।2024 में इन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें
कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश
उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र्र, बिहार, केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात, ओडिशा, हरियाणा, असम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, नगालैंड, मिजोरम।2024 में इन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें
कर्नाटक, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश
1984 में भाजपा सरकार किसी राज्य में नहीं रही
2024 में इन राज्यों में भाजपा की सरकारें
उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तराखंड, असम, गोवा, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नगालैंड, त्रिपुरा।
2019 में इन राज्यों में कांग्रेस का खाता नहीं खुला
राजस्थान, आंध्र प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, दिल्ली, मणिपुर, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम