Lok Sabha Election 2024 :
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी राजस्थान विजया राहटकर सोमवार को जोधपुर पहुंच गए हैं। बता दें कि एयरपोर्ट पर गृहमंत्री और मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत और सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी सहित भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
जोधपुर पहुंचे अमित शाह और भजनलाल शर्मा ने जोधपुर संभाग की कोर कमेटी की बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर फीडबैक लिया और जीत का मंत्र दिया। जिलाध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा ने बताया कि जोधपुर लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर रातानाडा स्थित होटल में भाजपा जोधपुर संभाग की कोर कमेटी की बैठक हुई। इसमें गृहमंत्री शाह, सीएम शर्मा व राहटकर के साथ जोधपुर, पाली, जालोर-सिरोही व बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। कोर कमेटी की बैठक के बाद रातानाडा स्थित पोलो ग्राउण्ड में भाजपा जोधपुर संभाग की क्लस्टर बैठक में सभी नेता-कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। चुनाव जीतने की रणनीति साझा करेंगे।
कापरड़ा में बोयल चौराहे के पास अफीम के 3.8 किलो दूध के साथ गिरफ्तार होने वाला जेल प्रहरी और सीआरपीएफ जवान चचेरे भाई हैं। दोनाें ड्यूटी के साथ-साथ अफीम की तस्करी भी करने लगे थे। जेल प्रहरी रामनिवास बिश्नोई अजमेर में घूघरा घाटी की हाई सिक्योरिटी जेल में पदस्थापना से पहले भीलवाड़ा के शाहपुरा की उप कारागार में नियुक्त था। इस दौरान उसका सम्पर्क कुछ तस्करों से हो गया था। लालच में आकर उसने भी बेगूं व आस-पास के क्षेत्र से अफीम खरीदकर बेचना शुरू कर दिया था।
इस बीच, CRPF में जवान चचेरा भाई विक्रम होली की छुट्टियों पर गांव आया था। रामनिवास से बात करने के बाद वह भी तस्करी में कूद गया था। रामनिवास से पूछताछ में सामने आया कि वह पूर्व में भी कई बार अफीम का दूध ला चुका है। वह नागौर जिले में खींवसर के पांचला सिद्धा गांव के एक युवक को अफीम का दूध बेचने वाला था। कापरड़ा में कार्रवाई के दौरान डीएसटी के श्रवणकुमार, चिमनाराम, भवानी चौधरी, वीरेन्द्र खदाव, मोहनराम, मदनलाल, सुरेश कुमार, रमेश मूलेवा, श्रवणसिह, भोमाराम भी शामिल थे।
जेल से मेडिकल लेकर निकला था जेल प्रहरी
जेल प्रहरी रामनिवास पर पिछले लम्बे समय से तकनीकी पहलुओं से गोपनीय नजर रखी जा रही थी। वह घूघरा घाटी की हाई सिक्योरिटी जेल से 29 मार्च को मेडिकल अवकाश लेकर निकला था। वह बस से 30 मार्च को चित्तौड़गढ़ के बेगूं पहुंच गया था। उधर, CRPFजवान विक्रम 17 मार्च को छुट्टी आया था। वह 29 मार्च की रात बनाड़ से बस में सवार हुआ था और दूसरे बेगूं में रामनिवास से मिला था।
तीन बसें बदलकर आए थे दोनों जवानबेगूं से अफीम का दूध खरीदने के बाद दोनों जवान बस से भीलवाड़ा आए थे, जहां से वे एक अन्य बस में ब्यावर पहुंचे थे। फिर दोनों जयपुर से जोधपुर आने वाली वोल्वो में सवार हो गए थे। कापरड़ा में बोयल चौराहे पर उतरकर एक अन्य वाहन से उन्हें गंतव्य तक पहुंचना था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस पहुंच गई थी।