Travel becomes expensive:
Travel Expensive : भारत में एयरलाइंस कंपनियों की सेवाओं में खामियां समय-समय पर उजागर होती रहती हैं। लोकल सर्कल्स की ताजा सर्वे रिपोर्ट में खुलासा किया गया कि सीट बुक किए जाने के बावजूद यात्रियों को सीट अलॉट करने की एक्स्ट्रा फीस देनी पड़ती है। सर्वे में शामिल 44 फीसदी लोगों ने कहा कि भले उन्होंने एडवांस में फ्लाइट की बुकिंग की हो, सीट अलॉटमेंट के लिए उन्हे एक्स्ट्रा फीस अदा करनी पड़ी।
सीट अलॉटमेंट के लिए एक्स्ट्रा फीस वसूली
सर्वे में पिछले 12 महीनों का आंकड़ा लिया गया। इसमें देश के 339 जिलों में रहने वाले 14,142 लोगों को शामिल किया गया। इनमें से 54 फीसदी ने कहा कि उन्हें सीट अलॉटमेंट के लिए कोई एक्स्ट्रा फीस नहीं देनी पड़ी। वहीं दो फीसदी लोगों को इस बारे में पूरी तरह से जानकारी नहीं थी। या तो उन्हें याद नहीं था या उनके टिकट की बुकिंग किसी और ने की थी। इससे पहले 2022 के सर्वे में 35 फीसदी लोगों ने कहा था कि उनसे सीट अलॉटमेंट के लिए एक्स्ट्रा फीस वसूली गई।
लोकल सर्कल्स के सर्वे में खुलासा
ताजा सर्वे में 13,804 ऐसे लोग शामिल थे, जो साल में एक से ज्यादा बार सफर करते हैं। उनमें से 65 फीसदी ने कहा कि उन्हें सीट अलॉट कराने के लिए एक या एक से ज्यादा बार एक्स्ट्रा फीस देनी पड़ी। वहीं 28 फीसदी लोगों ने कहा कि हमेशा सीट के लिए एक्स्ट्रा पैसा देना पड़ा।
परिवार वालों को सफर में एक साथ सीट नहीं
सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक 66 फीसदी लोगों को परिवार के साथ कभी सीट नहीं मिली। उन्होंने इंडिगो एयरलाइन, स्पाइसजेट, एयर इंडिया, विस्तारा और अकासा एयर की उड़ानों में सफर किया था। लोकल सर्कल्स ने कहा कि सभी एयरलाइंस और ट्रैवल वेबसाइट्स को किराया दिखाते समय बताना चाहिए कि किराया बुकिंग प्रक्रिया के दौरान उपभोक्ता को किस तरह के एक्स्ट्रा चार्ज का सामना करना पड़ सकता है। अगर एयरलाइंस ऐसा नहीं करती हैं तो नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पेड सीट के बारे में गाइडलाइन जारी करनी चाहिए।