मंगलवार सुबह भारी बारिश के बीच केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए बड़े भूस्खलन में कम से कम 106 लोगों की मौत हो गई, 128 घायल हो गए और सैकड़ों अन्य के फंसे होने की आशंका है। वायनाड में चार घंटे के भीतर तीन भूस्खलन होने के बाद एनडीआरएफ और सेना समेत कई एजेंसियों को बचाव अभियान के लिए तैनात किया गया है।
मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा गांव सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से हैं। कई लोगों के चालियार नदी में बह जाने की आशंका है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने इसे दिल दहला देने वाली आपदा बताया और कहा कि पूरा इलाका ही खत्म हो गया। सरकार ने दो दिन का राजकीय शोक भी घोषित किया है।
विजयन ने कहा, “वायनाड में भूस्खलन एक दिल दहला देने वाली आपदा है। यहां बहुत भारी बारिश हुई। पूरा इलाका तबाह हो गया। कल रात सोने गए कई लोग बह गए।” भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि उन्होंने चिकित्सा टीमों सहित 225 कर्मियों को तैनात किया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, एक Mi-17 और एक ALH (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर) को भी सेवा में लगाया गया है। सभी राहत कार्यों की निगरानी के लिए पैरा रेजिमेंट के तहत कालीकट में एक नियंत्रण केंद्र भी स्थापित किया गया है। केरल की मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि भारतीय नौसेना की एक टीम भी बचाव प्रयासों में सहायता करेगी। जॉर्ज ने कहा कि जिले में एक पुल जो प्रभावित क्षेत्रों को निकटतम शहर चूरलमाला से जोड़ता था, वह भी बह गया है। उन्होंने कहा, “करीब 70 लोग घायल भी हुए हैं। हमने घायलों का उचित उपचार सुनिश्चित किया है।” प्रधानमंत्री मोदी ने मुआवजे की घोषणा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और उन्हें संकट से निपटने के लिए केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने भूस्खलन में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 2 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये मिलेंगे।