लोकसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती ने संगठन को मजबूत करने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही आम चुनाव को लेकर अगली रणनीति पर भी चर्चा की गई. मायावती ने संगठन के कैडर को छोटी-छोटी बैठकों के आधार पर संगठन को मजबूत करने और अपना आधार बढ़ाने का निर्देश दिया है. पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों, प्रभारियों और जिम्मेदार लोगों को पूरे समाज में जनाधार बढ़ाने के साथ-साथ पुरानी कमियों को मिलकर दूर करने को कहा गया है. आम चुनाव में गठबंधन को लेकर बसपा सुप्रीमो ने भी अपना रुख साफ कर दिया है.
23-08-2023-BSP PRESS NOTE-LOK SABHA UP PREPARATORY MEETING pic.twitter.com/jb21dCMQAE
— Mayawati (@Mayawati) August 23, 2023
मायावती ने कहा कि पार्टी को अपने उम्मीदवारों के चयन में सावधानी बरतनी होगी. लोकसभा चुनाव में पार्टी सभी सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. बसपा अध्यक्ष ने कहा कि गठबंधन से पार्टी को फायदे से ज्यादा नुकसान हुआ है. बसपा का वोट स्पष्ट रूप से गठबंधन में शामिल अन्य दलों को स्थानांतरित हो जाता है, लेकिन अन्य दलों के पास अपना वोट बसपा को स्थानांतरित करने की न तो मंशा है और न ही क्षमता है। जिससे बसपाइयों के मनोबल पर असर पड़ रहा है। इसीलिए बसपा सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों गठबंधनों से दूर रहती है।
कांग्रेस और बीजेपी पर साधा निशाना
इस दौरान मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा की नफरत और अराजकता की संकीर्ण जातिवादी और सांप्रदायिक राजनीति के कारण सभी लोगों का जीवन पीड़ित और दयनीय है। भाजपा न केवल अपना प्रभाव खो रही है बल्कि अपना आधार भी खो रही है। इस वजह से इस बार लोकसभा चुनाव एकतरफा नहीं है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव देश की राजनीति में एक निर्णायक मोड़ साबित होगा.
बीएसपी संगठन में बदलाव
बसपा ने चुनाव के मद्देनजर संगठन में कुछ बदलाव किये हैं. जिस पर मायावती ने कहा कि यूपी जैसा बड़ा और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य होने के कारण यहां राजनीतिक हालात बार-बार बदलते रहते हैं. इसलिए कुछ बदलाव की जरूरत है. जिसे भी जिम्मेदारी सौंपी जाए उसे कम नहीं आंकना चाहिए बल्कि पार्टी हित को सर्वोपरि रखते हुए ईमानदारी से जिम्मेदारी निभानी चाहिए।